वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) सुधार 2025: भारत में कर प्रणाली में ऐतिहासिक बदला

 

Goods and Services Tax (GST) Reforms 2025: A Historic Change in India’s Tax System

भारत में हालिया GST सुधार 2025 से उपभोक्ताओं को बड़ी राहत, कर दरों में कटौती, विलासिता वस्तुओं पर वृद्धि और अर्थव्यवस्था को नई दिशा। जानें पूरी जानकारी।


GST Reforms 2025 India Tax System Infographic


भारत में GST सुधार 2025 क्यों ऐतिहासिक हैं?

वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) सुधार 2025 के साथ भारत का कर परिदृश्य एक क्रांतिकारी बदलाव से गुजर रहा है। 2017 में शुरू हुई जीएसटी प्रणाली का उद्देश्य अप्रत्यक्ष करों को सरल बनाना और कर चोरी पर रोक लगाना था। अब 8 साल बाद यह प्रणाली अपने सबसे बड़े सुधार से गुजर रही है।

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार ने जीएसटी दरों में बड़ी कटौती की है। इसका सीधा लाभ उपभोक्ताओं और परिवारों को मिलेगा, जबकि कुछ विलासिता वस्तुओं पर कर बढ़ा है।


जीएसटी क्या है और क्यों महत्वपूर्ण है?

जीएसटी यानी वस्तु एवं सेवा कर, हर वस्तु और सेवा की खरीद पर लगाया जाने वाला अप्रत्यक्ष कर है।

  • आयकर केवल आय पर लगता है

  • जबकि जीएसटी सभी पर लागू होता है, चाहे आय का स्तर कोई भी हो।

नए सुधार में अब केवल दो स्लैब दरें (5% और 18%) रखी गई हैं। पहले ये चार थीं – 5%, 12%, 18% और 28%।


GST दरों में प्रमुख बदलाव

1. रोज़मर्रा की वस्तुओं पर कर में कमी

  • आवश्यक वस्तुएँ (दूध, पनीर, चपाती): शून्य कर

  • पैकेज्ड खाद्य पदार्थ (स्नैक्स, नूडल्स, चॉकलेट): अब केवल 5%

  • व्यक्तिगत देखभाल (शैम्पू, साबुन, टूथपेस्ट): एक समान 5%

  • बड़ी वस्तुएँ (कार, मोटरसाइकिल, टीवी, AC, वाशिंग मशीन): 28% से घटकर 18%

  • स्वास्थ्य सेवा व बीमा: जीवन बीमा, स्वास्थ्य बीमा और 33 जीवन रक्षक दवाएँ अब जीएसटी से मुक्त

  • दैनिक सेवाएँ (जिम, ब्यूटी पार्लर, बाल कटाना): अब सिर्फ 5%

2. विलासिता वस्तुओं पर कर वृद्धि

  • लक्जरी कारें, मोटरबाइक, मीठे पेय: 40% कर

  • तंबाकू उत्पाद: 40% कर


उपभोक्ताओं के लिए लाभ

  • अधिक क्रय शक्ति: आवश्यक वस्तुओं पर कम कर से परिवारों की बचत होगी।

  • त्योहारी सीजन से पहले मांग में वृद्धि: सितंबर 2025 से लागू नई दरें खपत को बढ़ाएँगी।


आर्थिक प्रभाव

  • GDP वृद्धि: सुधार से भारत की जीडीपी में 0.2% से 0.3% तक की वृद्धि संभव।

  • राजस्व हानि का जोखिम: सरकार को $6 बिलियन तक नुकसान हो सकता है, लेकिन खपत बढ़ने से भरपाई की उम्मीद।

  • वैश्विक दबाव का जवाब: चीन, कनाडा, जर्मनी जैसे देशों की तरह भारत ने भी कर कटौती कर घरेलू खपत बढ़ाने का कदम उठाया।


FAQs: जीएसटी सुधार 2025

Q1. भारत में GST सुधार 2025 से आम आदमी को क्या फायदा होगा?
रोज़मर्रा की वस्तुएँ सस्ती होंगी, बीमा और दवाओं पर टैक्स नहीं लगेगा।

Q2. किन वस्तुओं पर कर बढ़ा है?
लक्जरी कारें, मोटरबाइक, तंबाकू और मीठे पेयों पर 40% कर लगाया गया है।


निष्कर्ष

भारत का हालिया जीएसटी सुधार 2025 न सिर्फ आम जनता को राहत देगा, बल्कि अर्थव्यवस्था को भी गति देगा। जहाँ रोज़मर्रा की वस्तुएँ सस्ती होंगी, वहीं विलासिता वस्तुओं पर कर बढ़ाकर संतुलन बनाया गया है। यह बदलाव भारत की कर नीति को और सरल बनाता है और आने वाले वर्षों में आर्थिक विकास की नई संभावनाओं को खोलता है।


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